कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (पूरी जानकारी) & Form PDF
किसान ऊर्जा सुरख्या और उत्थान महा अभियान तथा “पीएम कुसुम योजना” किसान भाइयों को लाभ पहुंचने के लिए केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा शुरू की गयी है। ताकि खेत में सिंचाई करने के लिए किसान भाइयों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े।
यह योजना बिजली संकट से जूझ रहे इलाकों को ध्यान में रखकर शुरू की है। पहले सभी राज्य के किसान भाई डिजिटल सिंचाई पम्प का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब सरकार की इस योजना के तहत इस पम्प को सोर ऊर्जा से चलाया जाएगा। इससे डीजल और बिजली की खपत काम होगी और सौर ऊर्जा का प्रयोग कर ऊर्जा के स्रोत की सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
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पीएम कुसुम योजना 2023
योजना का नाम | पीएम कुसुम योजना |
शुरू किया गया | केंद्र सरकार द्वारा |
लाभ | कम कीमत में सोलर पंप लगाना |
लाभार्थी | भारत के किसान |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन और ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | mnre.gov.in |
पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य क्या है
देश मैं ऐसे राज्य है जहां पर सूखा पडने के कारण किसानी की खेती खराबा हो जाती है। इन सभी समस्याओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने पीएम कुसुम योजना 2023 की शुरुआत की है।
किसान भाइयों को सोलार प्यानल के माध्यम से बिजली उपलब्ध कराना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस सोलार पम्प के माध्यम से खेत मैं सिंचाई के साथ साथ डीजल और बिजली की बचत भी होगी।
PM KUSUM Yojana का लाभ
- कुसुम योजना उन किसानो के लिए फायदेमंद होगी जहाँ के राज्य सूखाग्रस्त होगा व जहाँ बिजली की समस्या रहती हो।
- किसान भाइयों को सिंचाई के ऊपर जो बिजली या डीजल की खपत होती है वह नहीं होगी उसमें बहुत बड़ा बचत होगा।
- गरीब किसान भी अपनी खेती में पूरी तरह से भरपूर सिंचाई कर सकेगा जिससे उनकी फसल काफी अच्छी होगी।
- जो किसान पैसो की कमी की बजह से उतने ज्यादा डीजल की इस्तेमाल कर से सिंचाई कर पाते थे उनकी समस्या भी दूर हो जाएगी।
- इस से डीजल की खपत काम होगी और आने वाली पीढ़ी के लिए डीजल के स्रोत भी सुरक्षित रहेंगे।
- सोलर पेनल से जो अतरिक्त बिजली बनेगी उस बिजली को सरकारी या गैर सरकारी बिजली विभागों में बेच सकता है जहाँ से किसान को 1 माह की 6000 रूपये की मदद मिल सकती है।
- सोलर प्लांट लगाने से 24 घंटे बिजली रहेगी | जिसकी वजह से किसान अपने खेतो में आसानी से सिचाई कर सकते है।
कुसुम योजना की पात्रता
- किसान, सहकारी समितियां पंचायत, किसानों का समूह और अन्य एसोसिएशन जिनके पास स्वयं की जमीन है या लीज की जमीन है वह इस योजना के पात्र हैं। तथा इन्हें सौर ऊर्जा उत्पादक माना जाएगा।
- यदि आवेदक के पास पूंजी नहीं है तो इस स्थिति में प्रोजेक्ट को विकसित करने के लिए वह विकास कर्त्ता का चुनाव कर सकता है और अपनी भूमि को लीज पर देकर भूमि का किराया लीज एग्रीमेंट के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। इस स्थिति में विकास कर्त्ता को सौर ऊर्जा उत्पादक माना जाएगा।
- आवेदक भारत का निवासी होना अनिवार्य है। इस योजना के अंतर्गत कम से कम 0.5 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- 1 मेगा वाट बिजली के उत्पादन के लिए 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
आवश्यक दस्तावेज (documents required)
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाईल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- राशन कार्ड
- रजिस्ट्रेसन की कॉपी
- ऑथराइजेशन लेटर
- जमीन की जमाबंदी की कॉपी
- चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी नेटवर्थ सर्टिफिकेट (विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित करने की स्थिति में)
राजस्थान कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करे
Step 1: ऑनलाइन आवेदन के लिए आप सबसे पहले ऑफिसियल वेबसाइट पर जाये और अपना रेजीस्ट्रेसन करे।
Step 2: आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपके रेजिस्टर मोबाइल नंबर पर कॉल या मेल आएंगे और वह आपसे योजना की सारी जानकारी लेंगे।
Step 3: आवेदन करते समय आपको ये जरूर बताना है की आप कितने हॉर्स पावर के सोलर पंप लगाना चाहते है।
आप Form PDF भी डाउनलोड कर सकते हैं और ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। फॉर्म PDF डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें।
PM KUSUM Yojana में अपना नाम कैसे देखें
- चयनित आवेदकों के नाम देखने के लिए सर्वप्रथम आपको सोलर योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद “कुसुम के लिए पंजीकृत आवेदकों की सूचि” वाले विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- जैसे ही आप इस विकल्प पर क्लिक करेंगे आपके सामने चयनित आवेदकों की सूची खुल जाएगी।
- अब आप इस सूची के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति के नाम को आसानी से खोज सकते हैं।